रावण का पुष्पक विमान के बारे में जानकर हैरान हो जाएंगे आप !
मन की गति से उड़ता पुष्पक विमान आज के एडवांस साइंस को चुनैती देता हैं रावण के पास एक दिव्य विमान था, जो मन की गति से चलता था मतलब प्रकाश की गति से , यह विमान इच्छा के अनुसार बहुत बड़ा भी हो सकता था और छोटा भी। इस कारण पुष्पक से रावण पूरी सेना के साथ एक स्थान से दूसरे स्थान तक आना-जाना कर सकता था। रामायण में बताया गया है कि रावण ने सीता का हरण किया और पुष्पक से ही लंका पहुंचा था। उस समय का विज्ञान आज से काफी आधुनिक था हज़ारो सालो पहले इतने आधुनिक विमान को कैसे बनाया गया होगा, रामायण के अनुसार रावण के पास कई लड़ाकू विमान थे। पुष्पक विमान के निर्माता विश्वकर्मा थे। कुछ के अनुसार पुष्पक विमान के निर्माता ब्रह्मा थे। ब्रह्मा ने यह विमान कुबेर को भेंट किया था। कुबेर से इसे रावण ने छीन लिया। रामायण में वर्णित है कि रावण पंचवटी से माता सीता का हरण करके पुष्पक विमान से लंका लेकर आया था। रावण की मृत्यु के बाद विभीषण इसका अधिपति बना और उसने फिर से इसे कुबेर को दे दिया। कुबेर ने इसे राम को उपहार में दे दिया था। राम लंका विजय के बाद अयोध्य...
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